
हिन्दू धर्म में पूजा पाठ, भगवान को भोग लगाना आदि कार्य विधि विधान से किये जाते है. हिन्दू धर्म में भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप का भोग लगाने की परम्परा है भले ही कोई विधि विधान से पूजा करे या नहीं लेकिन जिस किसी के घर में लड्डू गोपाल (श्री कृष्ण का बाल स्वरूप) उनको भोग जरूर चढाते है. इसके पीछे ऐसा मानना है की भगवान श्री कृष्ण ने भागवत गीता में कहा है की जो कोई भक्त प्रेमपूर्वक मुझे फूल, फल, अन्न, जल आदि अर्पण करता है। उसे मैं स्वयं प्रकट होकर ग्रहण करता हूं। यही कारण है की श्री कृष्ण के बाल स्वरूप को रोज भोग लगाया जाता है. जिस घर में रोज भोग लगता है उस घर में ठाकुर जी विराजमान होते है.
भगवान की कृपा से जो अन्न और जल प्राप्त होता है उसे भगवान को अर्पित करना चाहिए। भगवान को अर्पित करा हुआ भोजन/भोग दिव्य होता है क्यों की उसमे तुलसी दल होता है. भगवान् को भोग लगाते समय अगर उसमे तुलसी दल नहीं हो तो वो भोग अधूरा कहलाता है।
जिस किसी घर में ठाकुर जी को रोज तुलसी के साथ भोग लगाया जाता है उस घर में हमेशा बरकत सुख शांति और समृद्धि रहती है. उस घर में कभी भी किसी भी प्रकार की बुरी नजर और बीमारी और कलह का सामना नहीं करना पड़ता है. अगर आप भी ठाकुर जी की पूजा करते है तो इन बातो का ध्यान रखे ठाकुर ही आपके घर में सुख समृद्धि बनाये रखेंगे।